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घुमारवीं से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पूर्व सैनिक मनोहर शर्मा भी मैदान में।एफिडेविट के माध्यम से पेश किया है घोषणा पत्र।

घुमारवीं से  निर्दलीय प्रत्याशी रूप में चुनाव लड़ने के लिए मनोहर शर्मा भी मैदान में है।उन्होंने अपना नामांकन पत्र भी दर्ज कर दिया है। मनोहर शर्मा ने अपने चुनावी घोषणापत्र को एफिडेविट के माध्यम से पेश किया है। जो कि हर जगह चर्चा का विषय बना हुआ है।मनोहर शर्मा का मानना है। कि अगर हम अपने चुनावी घोषणापत्र को एफिडेविट के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे तो जनता सर्वोपरि रहेगी।और उम्मीदवार की जवाबदारी बनी रहेगी और उसे जनता की विकास के लिए कार्य करने ही पड़ेंगे। मनोहर शर्मा ने कहा कि आज तक केवल कागज के ऊपर अपने चुनावी घोषणापत्र को दिया जाता है। जो कि एक छलावा होता है।उस पर लिखे गए कार्यों को केवल जनता को रिझाने के लिए ही प्रयोग किया जाता है। अगर उन कार्यों को उम्मीदवार अपने 5 सालों में नहीं करता है। तो भी उसके ऊपर कोई भी जवाबदारी नहीं बनती है।लेकिन अगर एफिडेविट के माध्यम से घोषणा पत्र होगा तो उम्मीदवार को अपने कार्यों को हर हालत में तय समय में करना ही पड़ेगा।
मनोहर शर्मा के सेवानिवृत्त सैनिक है।जो आर्मी में लगभग 20 वर्ष तक सेवा दे चुके है।उन्होंने बताया कि वह एक गरीब परिवार से सम्बंध रखते है।उन्होंने मजदूरी तक कि है।इसलिए वह आम जनता के दर्द को भली भांति जानते है।ओर जनता के सहयोग के लिए हमेशा तैयार रहते है।
मनोहर शर्मा ने बताया कि वह लगातार जनता के बीच जा रहे है।और जनता का सहयोग भी उन्हें बहुत ज्यादा मिल रहा है।लोग भाजपा व कांग्रेस से दुखी हो चुके है।इस बार लोग बदलाव चाहते है।बारी बारी व पारी पारी की राजनीति से लोग ऊब चुके है।
 शर्मा ने बताया कि अगर वह जनता का आशिर्वाद पाने में सफल हो जाते है।तो रोजगार के लिए कार्य करेंगे।ताकि युवॉ वर्ग को नोकरियो के लिए भटकना न पड़े।उन्होंने लोगो से इस बार उन्हें मौका देने का भी अनुरोध किया है।

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