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कांग्रेस की करनी व कथनी में अंतर ,भाजपा केवल विकास में रखती हैं विश्वास --राजेन्द्र गर्ग



घुमारवी

घुमारवीं से भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र गर्ग शनिवार को जनसंपर्क अभियान के दौरान कांग्रेस के खिलाफ हमलावर नजर आए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठ-फरेब और छल-कपट की राजनीति करती आई है। वोट के लिए उसने अमीरी-गरीबी, धर्म, जाति व क्षेत्रवाद की खाई पैदा करके लोगों को बांटने से भी गुरेज नहीं किया। जनता अब उसकी रग-रग से वाकिफ हो चुकी है। यही वजह है कि पूरे देश से कांग्रेस का सूपड़ा साफ होता जा रहा है। कई तरह के ओच्छे हथकंडों के बावजूद इस बार हिमाचल में भी उसकी दाल नहीं गल पाएगी। हिमाचल की जनता रिवाज बदलकर एक बार फिर से भाजपा की सरकार बनाने का मन बना चुकी है।

शनिवार को राजेंद्र गर्ग ने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत सुबह करीब 9 बजे कपाहड़ा से की। गुरनाड़ू, चलारन, धीणवां, जोल, चंजयारा (छत्त), समलोहल, चढोल, लुरहाणी, छत्त, अंदरोली व संडयार के बाद उनका दिन का अंतिम चुनावी कार्यक्रम कल्लर में संपन्न हुआ। चुनावी सभाओं को संबोधित करने के साथ ही बीच-बीच में उन्होंने डोर-टू-डोर भी लोगों से मुलाकात की। इस दौरान घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र में पिछले 5 वर्षों में करवाए गए कार्य गिनाते हुए उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोग गांवों में रहते हैं। उनका मुख्य व्यवसाय खेतीबाड़ी और पशु पालन है।

 इसे देखते हुए 3 पशु औषधालय स्वीकृत करवाए गए, जबकि 4 पशु औषधालयों के भवन बनाए गए। घुमारवीं में एचआरटीसी का सब-डिपो खोला गया। क्षेत्र के चहंुमुखी विकास के मद्देनजर क्षेत्रफल और आबादी के लिहाज से 9 नई पंचायतें सृजित की गई। कपाहड़ा में जल शक्ति विभाग का नया सेक्शन आॅफिस खोला गया, ताकि लोगों की पानी से संबंधित समस्याओं का तुरंत समाधान हो सके।
घुमारवीं से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी को आड़े हाथों लेते हुए राजेंद्र गर्ग ने कहा कि क्षेत्र में पिछले 5 वर्षों में हुए चहंुमुखी विकास से उन पर बौखलाहट हावी हो गई है। इसी बौखलाहट में वह बेतुकी बयानबाजी पर उतारू हो गए हैं, लेकिन इससे उन्हें कुछ हासिल होने वाला नहीं है। अब लोग समझदार हैं। वे तुलना के आधार पर अपना प्रतिनिधि चुनते हैं।
 यदि कांग्रेस प्रत्याशी ने 10 वर्ष तक विधायक रहते हुए इस क्षेत्र के विकास के लिए कुछ किया होता तो उन्हें इधर-उधर की हांकने की जरूरत नहीं पड़ती। घुमारवीं के प्रति अपने ढुलमुल रवैये का खामियाजा उन्हें इस बार भी भुगतना पड़ेगा।

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