बिलासपुर की बेटी अंजली का दिल्ली के एम्स में हुआ चयन
जिला बिलासपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत नम्होल के जामला गांव की बेटी अंजली अब अखिल भारतीय आयुर्वेदिक संस्थान (एम्स) दिल्ली में बतौर टेक्नॉलाजिस्ट अपनी सेवाएं देंगी। अंजली के पिता जोगिंद्र सिंह ठाकुर किसान, माता गृहणी हैं। बेटी की इस कामयाबी पर पूरे गांव में प्रसन्नता की लहर है। अंजली ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती विद्या मंदिर बिलासपुर, 12वीं कक्षा की शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छात्रा बिलासपुर से ग्रहण की। वहीं, इसके बाद चितकारा विश्व विद्यालय से बीएसई लैब टेक्रॉलाजी की पढ़ाई पूरी की। वहीं, इसके बाद इन्हें यहां पर ही फोर्टिस अस्पताल में कैंपस प्लेसमेंट मिली। वहीं, करीब दो साल तक यहां पर सेवाएं दी। वहीं, एमएससी की पढ़ाई करने के लिए बाबा फरीद विश्वविद्यालय की परीक्षा दी। इस परीक्षा में भी यह बेटी उतीर्ण रही। वहीं, इस विश्वविद्यालय से एमएससी लैब टेक्रॉलाजी की पढ़ाई की और गोल्ड मैडल प्राप्त किया। अंजली ने जालंधर में निजी अस्पताल में क्वालिटी कंट्रोल मैनेजर के तौर पर भी कार्य किया। वहीं, पिछले साल इस बेटी ने एम्स की परीक्षा दी। जिसे भी इस ने क्वालीफाई किया । गौर रहे कि इस बेटी ने हिमाचल में भी टैस्ट क्लीयर किया लेकिन यहां पर नौकरी नहीं की। लेकिन अब एम्स की परीक्षा पास करने के बाद वहां पर नौकरी करेंगी। अंजली का विवाह शिमला जिले की तहसील के देवला गांव में हुआ है इनके पति ललित वर्मा मल्टीनेशनल कंपनी में मेडिकल इंस्ट्रूमेंट्स में डील करते हैं वह भी चितकारा यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं। अंजली के ससुराल देवला गांव में भी सभी गांव वासी अंजली की सफलता पर प्रसन्न हैं। वही नम्होल में अंजली के दादा दादी की खुशी का भी पारावार नहीं है। अंजली के ताया इंद्र ठाकुर हिमाचल प्रदेश की कर्मचारी राजनीति में जाना माना नाम है उन्होंने भी अंजलि की इस सफलता पर उसे बधाई दी है।
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