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कांग्रेस ने हमेशा फूट डालो और राज करो की नीति अपनाते हुए समाज को बांटने का किया प्रयास --- जगत प्रकाश नड्डा

अमित कुमार (घुमारवीं)

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कांग्रेस पर दलितों के साथ अन्याय करने और अपना स्वार्थ पूरा करने के लिए उन्हें वोट बैंक के रूप में प्रयोग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा फूट डालो और राज करो की नीति अपनाते हुए समाज को बांटने का प्रयास किया। इसके विपरीत भाजपा ने समाज के अन्य वर्गों की तरह दलितों का भी पूरा ध्यान रखा। कांग्रेस ने तो संविधान निर्माता डा. भीमराव अंबेदकर का भी अपमान किया। उन्हें भारत रत्न सम्मान से नवाजने का काम भाजपा सरकार के समय में ही हुआ।
बुधवार को विजयपुर में अपने आवास पर भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने दलितों के नाम पर हमेशा वोट बैंक की राजनीति की। खुद को उनका हितैषी बताने के लिए घड़ियाली आंसू भी खूब बहाए। कांग्रेस दलितों के कम पढ़े-लिखे होने का फायदा उठाकर उनमें यह गलत धारणा पैदा करने का भी लगातार प्रयास करती रही कि यदि भाजपा सत्ता में आएगी तो वह उनसे आरक्षण छीन लेगी। इसके पीछे कांग्रेस की यह मंशा भी हमेशा रही कि समाज में दूरी बनी रहे, जिससे वह फूट डालकर राज करने के मकसद में कामयाब होती रहे।

जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने तो संविधान निर्माता डाॅ. भीमराव अंबेदकर को भी नहीं छोड़ा था। कांग्रेस के सत्ता में रहते हुए पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी और स्व. राजीव गांधी को भारत रत्न का सम्मान दे दिया गया। डाॅ. अंबेदकर सही मायनों में इस सम्मान के हकदार थे, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें दरकिनार किया। इतना ही नहीं, डाॅ. अंबेदकर के चुनाव लड़ने पर कांग्रेस ने उनके खिलाफ प्रत्याशी भी मैदान में उतार दिया, जिसकी वजह से उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। ऐसा करके कांग्रेस ने पूरे दलित समाज का अपमान किया था।

 डाॅ. अंबेदकर के देश के प्रति योगदान को देखते हुए अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय उन्हें भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दलितों का असली हितैषी कौन है। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए वे ईमानदारी से मेहनत करें। हिमाचल में फिर से भाजपा की सरकार बनने पर पहले की तरह दलितों के हितों की रक्षा करने और उनके उत्थान में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

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