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धर्माणी को घुमारवीं की जनता की नहीं , बल्कि अपने भविष्य की चिंता -राजेन्द्र गर्ग


घुमारवीं

 घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र में लगातार दूसरी बार भगवा परचम लहराने के लिए मैदान में उतरे राजेंद्र गर्ग ने सोमवार को जनसंपर्क अभियान के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी राजेश धर्माणी पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी अपने भविष्य की दुहाई देकर लोगों से वोट मांग रहे हैं। कांग्रेस सरकार के समय तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह ने भी यह बात कही थी कि धर्माणी मंत्री बनने के लिए उतावले रहते हैं। जाहिर है कि उन्हें घुमारवीं की नहीं, केवल अपने भविष्य की चिंता है।यदि 10 वर्ष तक विधायक व सीपीएस रहते हुए उन्होंने क्षेत्र का विकास करवाया होता तो चुनाव के समय उन्हें लोगों के सामने गिड़गिड़ाने नहीं पड़ता।
चुनाव प्रचार अभियान के तहत राजेंद्र गर्ग ने सोमवार को जनसंपर्क की शुरुआत त्यून से की। करनुई, मैहरन, नैण, रच्छेड़ा, टकरेहड़ा व पनोह के बाद दिन की अंतिम चुनावी सभा नाल्टी में हुई। इन क्षेत्रों में करवाए गए विकास कार्यों का ब्योरा देते हुए राजेंद्र गर्ग ने कहा कि पेयजल समस्या के समाधान के लिए सतलुज से 53 करोड़ रुपये की योजना का काम अंतिम चरण में है। इसके तहत भटोली से पानी लिफ्ट किया जाएगा। मैहरन-त्यून में 7 लाख लीटर क्षमता का स्टोरेज टैंक बनाया गया है, जिससे कई पुरानी पेयजल योजनाओं को पानी सप्लाई किया जाएगा। इसी तरह घंडालवीं में 4 लाख लीटर क्षमता का स्टोरेज टैंक बनाया गया है, जिससे कई अन्य क्षेत्रों तक पानी पहंुचाया जाएगा। इस योजना का काम अंतिम चरण में है। इससे लगभग 60 हजार लोग लाभांवित होंगे।

राजेंद्र गर्ग ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में पशु पालन और खेतीबाड़ी लोगों का मुख्य व्यवसाय होता है। इसे देखते हुए कई नए पशु औषधालय बनाए गए हैं। बेसहारा मवेशी खेतों में घुसकर फसलें तबाह कर देते हैं, जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाता है। इसके तहत विभिन्न स्थानों की गौशालाओं में अब तक लगभग 200 बेसहारा पशुओं को उनमें भेजा जा चुका है। पिछले 5 वर्षों में करवाए गए चहंुमुखी विकास की बदौलत भाजपा को लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। 

इससे कांग्रेस नेता बौखला गए हैं। अपनी हार साफ नजर आने की वजह से उन्हें अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है। यही वजह है कि वे अपने भविष्य की दुहाई देकर लोगों से वोट मांग रहे हैं, लेकिन क्षेत्र की जनता उनकी दाल इस बार भी नहीं गलने देगी।

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