घुमारवीं
उपमंडल घुमारवीं में आवारा पशुओं का आतंक बहुत बढ़ गया है।सड़क, रास्तो पर पशुओं के झुंड देखने को मिलते है।प्रशासन इन पशुओं की समस्या के निदान के लिए कई दावे करता है।लेकिन कोई भी योजना कागजो से निकल कर हकीकत का रूप नही ले पाई है।अक्सर आवारा पशुओं राहगीरों पर हमला कर देते है।कई बार तो लोगो को इनके आतंक से जान भी गवानी पड़ी है।
आवारा पशुओं के हमले से एक ओर युवक घायल हो गया।घुमारवीं उपमंडल के दकडी पँचायत के अबधानिघाट के होशियार सिंह को आवारा पशु ने गम्भीर रूप से घायल कर दिया है।युवक की दायीं टांग व बायीं बाजू पर काफी चोटें आई है।समय रहते अगर लोगो ने उन्हें सांड के चंगुल से नही छुड़ाया होता तो कोई भी अप्रिय घटना हो सकती थी।
जानकारी के अनुसार होशियार सिंह सपुत्र विचित्र सिंह अपने घर मे सोया हुआ था।कि करीब एक बजे के करीब बाहर आवाज हुई।जब उसने बाहर आकर देखा तो पाया कि घर के पास बनी क्यारियों में सांड उत्पात कर रहा है।अचानक सांड ने होशियार सिंह पर हमला कर दिया।शोर मचाने पर बाकी परिवार के लोग व पडोशी इकट्ठा हुए।काफी मुश्किल से होशियार सिंह को सांड के चंगुल से छुड़ाया गया।
बेहोशी की हालत में उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया।कोविड सेंटर होने की वजह से वहाँ इलाज नही हुआ तो परिजन उन्हें बिलासपुर अस्पताल ली गए।जहां पर अल्ट्रासाउंड की सुविधा न होने की वजह से उन्हें हमीरपुर रेफर किया गया।हमीरपुर पहुचने पर होशियार सिंह का ईलाज किया गया।डॉक्टरों के मुताबिक घाव गहरे है।जिन्हें भरने में समय लगेगा।
होशियार सिंह ने बताया कि वह पेशे से पेंटर है।करोना कर्फ्यू की वजह से पहले ही काम धंधे ठप थे।ऐसे में अब सांड के हमले से घायल होने से वह बिस्तर पर है।अब परिवार के भरण पोषण की चिंता सता रही है।
वही वार्ड सदस्य निर्मला देवी ने प्रशासन से होशियार सिंह की आर्थिक सहायता के लिए मांग की है।
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