बाड़ी गांव की मन्नत को अब हर माह मिलेगी 2500 रुपये की आर्थिक सहायता।
कोरोना के कारण बाप का साया चले जाने के बाद तीन माह की मासूम मन्नत को अब 2500 रुपये की आर्थिक सहायता हर माह मिलेगी। बाल कल्याण समिति बिलासपुर की अध्यक्षा डॉ राजकुमारी ने मामले को गम्भीरता से उठाया। और अब इस तीन माह की मासूम को अर्ध अनाथ योजना के तहत चयनित कर लिया है। जिसके तहत दो हजार रुपये महीने के बच्ची की मां के खाते में आएंगे। जबकि पांच सौ रुपये महीने के हिसाब से हर वर्ष छः हजार रुपये की उस बच्ची के नाम एफडी बनेगी।
मासूम को 18 वर्ष कि आयु तक यह आर्थिक सहायता मिलेगी।गोर रहे कि बाड़ी गांव के अमन की कोरोना के कारण मौत हो गई है। और उसका एक 11 वर्ष का बेटा है। जबकि तीन महीने पहले ही उसने तीन महीने की मासूम को बेटी के तौर पर गोद लिया है।
बाल कल्याण समिति बिलासपुर की अध्यक्ष डॉ राज कुमारी ने बताया की जब उन्हें इस विषय में जानकारी मिली थी। तो
उन्होंने इस बेटी के उज्वल भविष्य को लेकर मामला निदेशालय के समक्ष उठाया। डायरेक्टर व डिप्टी डायरेक्ट के पास इस बच्ची के सर्वोत्तम हितों की बात रखते हुए उन्होंने बच्ची को उचित अनुदान उपलब्ध करवाने की मांग की। अब निदेशालय स्तर पर आस्वाशन मिल गया है कि बेटी को अर्धनाथ योजना के तहत 2500 रुपये अनुदान राशि हर महीने प्रदान की जाएगी।
जिसमे से बच्ची की पढ़ाई , दवाई व बच्ची की अन्य जरूरतों के लिए दो हजार रुपये मां के खाते में अनुदान के रूप में जमा होंगे। जबकि पांच सौ रुपये बच्ची के हर महीने एफडी के रूप में जमा होंगे। जमा की गई राशि बच्ची को अठारह वर्ष की आयु में दी जाएगी। डॉ राजकुमारी ने बताया कि स्थानीय प्रधान व परिवार के सदस्यों स्व जल्दी ही बच्ची सम्बन्धी दस्ताबेज मंगवाए जाएंगे। ताकि जल्दी से सरकार की तरफ से बच्ची को अनुदान राशि मुहैया होना शुरू हो जाए।
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